Tuesday, 25 June 2013
अब तो मौत भी नहीं आती यारो !
जाने किस अजनबी ने अपना
दामन मेरे लिए फैलाय हुए है !
...
हमने समझा था जिसे प्यार में
जिसे अपनी जिंदगी !
एक दिन मालूम पड़ा उसी जिंदगी
ने हमारे लिए मौत की बिसात
बिछाए हुए है !
VIJAY GIRI
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