======>अलविदा <========
मै तेरी दुनीया से अब बहुत जा रहा हू !
हो कर बड़ा मै बड़ा मशहुर जा रहा हू !
भटकता रहा मै तेरी चाहत में !
हो कर बड़ा अब मै मजबूर जा रहा हु !
ना होगी अब कभी मुझे तुमसे शीकायत !
ना होगी तुम्हे अब कभी कोई मुझसे
कोई शीकायत !
खुश रहना सदा तुम अपनी दुनिया में !
लिए अपने दिल में एक एसी मै उम्मीद
जा रहा हु !
सोचना तुम मै ही था बेवफा !
दिल में लिए तेरी यादे तुम्हे
अपने दिल के लिए करीब जा रहा हु !
नीभा के सारे इस ज़माने के
मै दस्तूर जा रहा हु !
मै तेरी दुनीया से अब बहुत
दूर जा रहा हु !
VIJAY GIRI
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