Friday, 19 July 2013
!!अब ऐसा कोई साथी नहीं मिलता !!
अब तो हर गली-गली में
प्यार का खिलौना बिकता है !
जिसके दिल में हो सच्ची मोहब्त
वो ही दिन-रात रोता है !
कोई थाम ले किसी के
बहते हुए अस्को को !
भला एसा साथी
अब कहा कोई मिलता है ?
विजय गिरी
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment