Monday 25 November 2013


                                                                   


केसे करे हम प्यार तुम्हे
ये हमें तुम बता दो !

थाम लो अब तुम
हमारे नाजुक से दिल को
या हमारी खता बता दो !

तड़प रहे है हम
तुम्हारे वीरह कि अग्नि में
अब थोडा तुम ये दूरियाँ मिटा दो 

केसे करे हम प्यार तुम्हे
ये हमें अब तुम ही बता दो 
VIJAY GIRI

Tuesday 5 November 2013

 
मेरा चाँद 
मेरा चाँद मेरे दिल में रहता है 
मेरे चाँद के लिए तो हर दिन
मेरा करवा-चोथ रहता है !

मांग भरी जिस चाँद ने मेरी
उसकी शीतल सी छाव 
मेरे बगिया में रहती है !

खिलते है फुल खुशियों के
जिसके प्यार से !
वो चाँद मेरे दिल में रहता है 

मेरे चाँद के लिए तो हर दिन 
मेरा करवा-चोथ रहता है !
 
विजय गिरी