Tuesday 5 November 2013

 
मेरा चाँद 
मेरा चाँद मेरे दिल में रहता है 
मेरे चाँद के लिए तो हर दिन
मेरा करवा-चोथ रहता है !

मांग भरी जिस चाँद ने मेरी
उसकी शीतल सी छाव 
मेरे बगिया में रहती है !

खिलते है फुल खुशियों के
जिसके प्यार से !
वो चाँद मेरे दिल में रहता है 

मेरे चाँद के लिए तो हर दिन 
मेरा करवा-चोथ रहता है !
 
विजय गिरी 

2 comments: