Thursday 5 January 2012

"प्यार...हर दिल का रोग





प्यार ईमान,प्यार खुदा !

ये प्यार तो हर दिल को होता है..

प्यार इबादत,प्यार जिंदगी !

ये प्यार तो हर दिल को छूता है..


प्यार कसम,प्यार विश्वास..!

ये प्यार तो बड़े तप से होता है..


प्यार जख्म,प्यार में हर दिल कुर्बान !

इस प्यार में फिर क्यों हर कोई रोता है...?


प्यार जन्नत,प्यार जहाँन ..!

इस प्यार में फिर क्यों कोई खुदा  को खोता है...?


by==vijay giri

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