Thursday 5 January 2012

यु तुम दूर जाया ना करो !!



यु तिरछी नजरो से देख के 
तुम हमें घायल बनाया ना
करो !

रातो को खवाबो में आ कर 
यु मुस्कुराया ना करो !
छुप-छुप के देख के हमें 
यु शरमाया ना करो !

नज़रे मिला के यु नज़रे
हमसे  चुराया ना करो !
हो तुम हमारे दिल में यु दिल 
को दुखया ना करो !

बड़ा नाज़ुक सा है ये हमारा भी 
दिल !
यु बार-बार जा दूर जा के तुम 
हमें यु आजमाया ना करो !
विजय गिरी 

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