यहाँ हर शख्श मुर्दो की बस्ती में
इन्सान ढूंढ़ता है !!
जस्बादो की अर्थी के लिए
किसी का प्यार ढूंढ़ता है !
देख हैवानियत का खेल
इस दुनियाँ में बहु-बेटी की
मर्यादा के लिए
पीता शैतान ढूंढ़ता है !
दफ़न कर अपने जमीर
अपने ईमान को
हर शख्श दुसरो में
ईमान ढूंढ़ता है !
यहाँ हर शख़्श मुर्दो की बस्ती में
इन्सान ढूंढ़ता है !
विजय गिरी
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