सुन बेटी तू अब
झांसी की रानी बन जा
इस नए ज़माने की
एक
कहानी बन जा !!
कठोर कर अब दिल अपना
बलात्कारियो के लिए
दुर्गा-काली बन जा !!
सुन बेटी तू अब
झांसी की रानी बन जा
बहुत जुल्म कर लिए दरिंदो ने
कोमल फूलो की खुद तू
माली बन जा !!
सुन बेटी तू अब
झांसी की रानी बन जा !!
विजय गिरी
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