Thursday 17 July 2014


ज़ख्म मेरे सीने मे ,
 ताजा यादो को यार रहने दो
 लगाली मेहदी जीसने हॉथो मे
 कीसी और के नाम की 
उस बेवफा को ही यारो 
आबाद रहने दो 
उनकी यादे लीऐ अपने सीने मे
 मैखाने मे यार हमे
 बदहवाश रहने दो
 उजर गऐ आशीयाना
 जीसकी चाहत मे हमारे
 यारो उस बेवफा को 
आबाद-कीसी का प्यार
 रहने दो 
 ज़ख्म मेरे सीने मे ,
 ताजा यादो को यार रहने दो

VIJAY GIRI

No comments:

Post a Comment